Skip to main content

what is rectifier and working-रेक्टिफायर क्या है in हिंदी/उर्दू

रेक्टिफायर(Rectifier) ये एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जो AC को DC में कन्वर्ट करता है। रेक्टिफायर ये एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जो AC को DC में कन्वर्ट करता है। इसे  हम एक लाइन में कहे तो डिवाइस जो अल्टेरनेटिंग करंट को एक डायरेक्शन में फोल्व करता है उसे रेक्टिफायर कहते है।
AC-to-DC Circuit (Rectifier) 
आपने  Alternating Current (AC) और Direct Current (DC) करंट के बारे में तो सुना होगा. जो हमारे घर में आने वाली सप्लाई AC होती है , और हमारे घर के सभी उपकरण जैसे फेन,लाइट, रेफ्रिजरेटर,AC(air conditioner) सभी AC सप्लाई पर काम करते है, पर कुछ उपकरण DC पर काम करते है जैसे की इन्वर्टर जो  12v की बैटरी से 230v AC में कन्वर्ट करता है।
परन्तु आप जानते हो की आप के घर में अधिकांश उपकरण DC पर काम करते है। जैसे की कंप्यूटर का SMPS Alternating करंट(AC) से अलग अलग आउटपुट DC में कन्वर्ट करता है। LED बल्ब बी DC पर काम करता है, TV में ,setup box और बहुत सरे है, तो ये सब में 230V ,50HZ को DC में कैसे कन्वर्ट करता है। इस पोस्ट में हम AC को DC में कैसे कन्वर्ट करते है ये जान्ने को मिलेगा तो पोस्ट को पुरा पढ़े।
fig 1. AC Supply
fig 2.DC Supply

Rectifier के प्रकार

रेक्टिफायर दो श्रेणियों में रखा गया है. 

  1. हाफ वेव रेक्टिफायर 
  2. फुल वेव रेक्टिफायर
  • सेंटर टेप रेक्टिफायर
  • ब्रिज रेक्टिफायर

  1. हाफ वेव रेक्टिफायर (Half Wave rectifier)

इस में हम एक डायोड को आकृति में बताए अनुसार रखेंगे। इसमें इनपुट साइड में  AC सप्लाई कनेक्ट करेंगे और आउटपुट साइड में एक रेसिस्टर कनेक्ट करगे।
Fig 3 Half wave Rectifier
आकृति 4 में देख सकते है जब पहली साईकल 0-π आउटपुट में मिलेगी इस समय डायोड फॉरवर्ड बायस में काम करता है।
Fig 4.Mode 1 (0 to π) 
जब नेगेटिव साईकल के समय डायोड रेवेर्स बायस में आता है इसके कारण डायोड ऑफ कंडीशन में होता है। π से 2π तक वोल्टेज 0V मिलगा। फिर जब पॉजिटिव साईकल आने पर डायोड कंडक्शन में अत है।
Fig 4.Mode 2 (π to 2π)
Fig 5. Animation Half Wave Rectifier 

फुल वेव रेक्टिफायर(Full Wave Rectifier)

फुल वेव रेक्टिफायर Input वोल्टेज Waveform के Positive और Negative दोनों Cycles को रेक्टिफायर करता है. इस रेक्टिफायर की आउटपुट Half Wave Rectifier से कहीं ज्यादा होती है. और इसके आउटपुट में AC Components इनपुट की बजाए बहुत कम इस्तेमाल होते हैं.
इस दो प्रकार है।

  • सेंटर टेप रेक्टिफायर
  • ब्रिज रेक्टिफायर
  • सेंटर टेप रेक्टिफायर

    इस रेक्टिफायर में हम सेंटर टेप में ट्रांसफार्मर का इस्तेमाल करते है।
    Fig 6.center tep transformer 
    इस का आउटपुट हाफ वेव रेक्टिफायर से कंटिन्यू मिलता है कारण की इसके नेगेटिव साईकल में बी आउटपुट मिलता है। 

    Fig 7.Center Tap Rectifier
     नीचे इसका फिगर दिया है,इसमें हम दो डायोड का इस्तेमाल करते है D1 और D2 ये डायोड है एक लोड लिया है जहा आउटपुट मिलेगा।
    Fig 8. Mode 1
     इसके वर्किंग को दो मोड में समजे, पहले मोड में AC साईकल की पॉजिटिव हाफ साईकल में D1 डायोड कंडक्ट में आता  है , और लोड के आक्रोश पॉजिटिव  करंट मिलता है।
    Fig 9.Mode 2
     दुसरे मोड में AC के नेगेटिव  साईकल में D2 डायोड कंडक्ट में आता  है, और लोड के आक्रोश नेगेटिव करंट मिलता है।
    Fig 10. Animation center tep rectifier 

    ब्रिज रेक्टिफायर


     Fig 11 .Full bridge rectifie
     Fig 12. Mode 1
    Fig 13. Mode 2
    Fig 14 Full Bridge Rectifier Animation 

    Comments

    Popular posts from this blog

    Stabilizer in Hindi स्टेबलाइजर की पूरी जानकारी हिंदी में

    स्टेबलाइजर क्या होता है घर के लिए सही वोल्टेज स्टेबलाइजर आपने वोल्टेज स्टेबलाइजर के बारे में जरूर सुना होगा और आपके घर में stabilizer जरूर होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्टेबलाइजर क्या होता है?(what is stabilizer ?) क्या आप जानते हैं कि स्टेबलाइजर का काम क्या है और स्टेबलाइजर कितने प्रकार के होता है? क्या आप जानते हैं कि स्टेबलाइजर कैसे काम करता है? यदि नहीं जानते हैं तो हमारा ये पोस्ट जरूर पढ़ें। इस पोस्ट में आज हम स्टेबलाइजर की पूरी जानकारी हिंदी(stabilizer in Hindi) में देने जा रहे हैं। स्टेबलाइजर एक ऐसी डिवाइस होती है जो कि Fix Value की वोल्टेज प्रदान करता है.हमारे घर में कुछ ऐसे उपकरण होते हैं जिन्हें कम से कम 240 V की सप्लाई की जरूरत होती है और कुछ कारणवश हमारे घर में अगर सप्लाई 240V से कम आती है तो वह उपकरण ठीक प्रकार से कार्य नहीं कर पाता इसीलिए उसके लिए स्टेबलाइजर की जरूरत पड़ती है. जो कि हमारे घर में आने वाली सप्लाई को 240V पर Fix कर के उपकरण को 240V की सप्लाई प्रदान करता है. स्टेबलाइजर का इस्तेमाल ज्यादातर रेफ्रिजरेटर  (फ्रिज) एयर कंडीशनर इत्यादि पर किया जाता ...

    वायर जॉइंट के Different प्रकार

     Different Types of Wire Joint Requirement:- किसी भी तार में जॉइंट बनाने की जरुरत क्यों पड़ती है किसी भी वायर में जॉइंट बनाने की जरुरत इसलिए पड़ती है ताकि किसी भी चालक तार की लम्बाई बढ़ाई जा सके और किसी चालक लाइन में से किसी अन्य लाइन को जॉइंट बनाकर उसे स्थाई रूप से जोड़ा जा सके जॉइंट ऐसा होना चाहिए की वह लाइन को अच्छे कनेक्ट तथा लाइन को पर्याप्त सुद्रढ़ता भी प्रदान कर सके,,इन जोइन्टो को विभिन्न प्रकार से तैयार किया जाता है यह चालक तार की मोटाई,जोड़ की किस्म,जॉइंट किस लाइन में लगाना है इत्यादि पर निर्भर करती है  ।   Different Types of  Joints:-ओवर हेड लाइन्स तथा घरेलु वायरिंग में मुख्यतः निम्न जोड़ प्रचलित है  Twisted Joint(ऐंठा हुआ जोड़) :- इस प्रकार के जॉइंट में तारो अथवा केबल के चालक सिरों को आपस में ऐंठ कर उनके अंतिम समापन सिरों को जोड़ की और मोड़ देते है इस प्रकार का जॉइंट ओवर हेड लाइन में खम्बो के ऊपर लगे इंसुलेटर पर लगाया जाता है इसे किसी लाइन के मध्य में नहीं लगाया जाता है इसे Pig Tail अथवा Rat-Tail Joint जॉइंट भी कहते है।    Married Joint(मै...

    Star Delta Starter In Hindi | स्टार डेल्टा स्टार्टर | का प्रयोग मोटर में क्यों किया जाता है ?

    स्टार डेल्टा स्टार्टर |Star Delta Starter इस Article मे स्टार डेल्टा कनेक्शन, Star Delta Formula, स्टार डेल्टा स्टार्टर का सिद्धांत, पावर डायग्राम, कन्ट्रोल डायग्राम, स्टार डेल्टा स्टार्टर के लाभ एवम नुकशान और स्टार डेल्टा स्टार्टर से संबधित इंटरव्यू में पूछे जाने वाले सवाल पे भी विस्तृत में जानकारी देने की कोशिश की हे। आशा हे आप के लिए मददगार होगी। Star Delta Starter मोटर को सलामती पूर्वक चालू करने के लिए, मोटर का रक्षण करने के लिए एवम मोटर का स्टार्टिंग करंट कम करने के लिए उपयोग किया जाता हे। मोटर को स्टार्ट करने के लिए और भी कही टाइप के स्टार्टर हे। जैसे की डायरेक्ट ऑन लाइन स्टार्टर, स्टार डेल्टा स्टार्टर, ऑटो ट्रांसफार्मर स्टार्टर, सॉफ्ट स्टार्टर, vfd (Variable Frequency Drive) और रोटर रेजिस्टेंस स्टार्टर, जो मोटर को सलामती पूर्वक चालू भी करते हे,और सुरक्षा भी प्रदान करते हे। स्टार डेल्टा स्टार्टर क्या है? एक स्टार्टर का काम हे स्टार्ट करना। यहां एक इलेक्ट्रिक मोटर स्टार्टर की बात हे। स्टार डेल्टा स्टार्टर याने, एक इलेक्ट्रिकल उपकरण जो कही उपकरणों को एकत्रित करके तैयार किया जाता ह...