Skip to main content

How capacitors work? केपेसीटर कैसे काम करता है?

केपेसीटर कैसे काम करता है?

केपेसीटर में दो धातु की प्लेट होती  हैं जो डाइलेक्ट्रिक पदार्थ से  अलग होती  हैं। इस की फिगर निचे दी गई है|

How capacitors work? केपेसीटर कैसे काम करता है?

डाइलेक्ट्रिक  मटेरियल के रूप में  कुछ विशेष सामग्री जैसे वैक्यूम(हवा),चीनी मिट्टी के बरतन,पॉलियामाइड, माइलर, टेफ्लॉन, मीका, सेलूलोज़ और अन्य के रूप में उपयोग किया जाता है।
डाइलेक्ट्रिक कांस्टेंट को, मटेरियल की परमिटीविटी भी कही जाती है,जो मटेरियल की कॉन्स्टन  इलेक्ट्रोस्टेटिक  लाइन्स  और  फ्लक्स  एबिलिटी बताता है|
वास्तव में कहा जाये तो परमिटीविटी यह इलेक्ट्रिक फिल्ड  की उपस्थिति में विद्युत ऊर्जा को स्टोर करने की   क्षमता को प्रतिनिधित्व करता है|



प्रत्येक मटेरियल  की  permittivity परिभाषित है। किसी मटेरियल की  permeability को 
ε =εrε0 के रूप में परिभाषित किया जाता है, जहां ε पूर्ण  permeability  है,और εr relative permeability है। εr एक संख्या है जो हमेशा 1 से अधिक होती है, जिसका अर्थ यह है सभी मटेरियल मुक्त स्थान से अधिक तब अधिक एनर्जी संग्रहित करता है जब वह विद्युत क्षेत्र के अधीन होता है, यह प्रॉपटी कपैसिटर की एप्लीकेशन में काफी उपयोगी है|
विभिन्न materials की भिन्न relative permeability मूल्य होते हैं। यहां हम आमतौर पर कैपेसिटर्स में उपयोग की जाने वाली मटेरियल  की एक सूची प्रदान कर रहे  हैं, साथ ही कमरे के तापमान पर 1kHz की आवृत्ति पर उनके εr मूल्यों के साथ.

Material
εr
Vacuum
1
Water
30-88 (depending on temperature)

Glass
3.7-10
PTFE (Teflon)
2.1
Polyethylene (PE)
2.25
Polyimide
3.4
Polypropylene
2.2-2.36
Polystyrene
2.4-2.7
Titanium dioxide
86-173
Strontium titanate
310
Barium strontium titanate
500
Barium titanate
1250 – 10,000 (depending on temperature)
Conjugated polymers
1.8 up to 100,000 (depending on type)
Calcium copper titanate             
              >250,000

 हम पहले कैपेसिटर के  सूत्र को समझे

C यह इसका capacitance और, εr ये मटेरियल  की  relative परमाबिलिटी और ε वैक्यूम की परमाबिलिटी दर्शाता है, A प्लेटों का क्षेत्र है और d प्लेटों के बीच की दूरी दर्शाता है।
εr  की वैल्यू जितनी ज्यादा ऊतना ही उसका कैपसिटेंस ज्यादा.

Capacitor in series and parallel 

जिस प्रकार प्रतिरोधों को  आवश्यकतानुसार श्रेणीक्रम या समान्तर क्रम में जोड़कर उचित मान (वैल्यू) तथा उचित रेटिंग (वाटेज, वोल्टता, धारा की रेटिंग आदि) प्राप्त कर ली जाती है, उसी प्रकार दो या अधिक capacitor को भी आवश्यकतानुसार संयोजित(Combined) किया जाता है।

श्रेणीक्रम में संयोजन/ series combination


श्रेणीक्रम में जुड़े हुए n संधारित्रों का तुल्य धारिता निम्नलिखित सूत्र से दी जाती है:
{\displaystyle {1 \over C_{z}}={1 \over C_{1}}+{1 \over C_{2}}+...+{1 \over C_{n}}=\sum _{i=1}^{n}{1 \over C_{i}}}
दो संधारित्र श्रेणीक्रम में जोड़े जाँय तो उनकी तुल्य धारिता निम्नलिखित सरल सूत्र से निकाला जा सकता है|
{\displaystyle C_{z}={C_{1}C_{2} \over C_{1}+C_{2}}}
और अगर दोनो संधारित्र समान मान वाले हों तो श्रेणीक्रम में संयोजित करने पर उनकी तुल्य धारिता प्रत्येक की धारिता की आधी हो जाती है। उदाहरण के लिये 1000 माइक्रोफैराड के दो संधारित्रों को श्रेणीक्रम में जोड़ने पर तुल्य धारिता 500 माइक्रोफैराड होगी।

समान्तरक्रम में संयोजन/ parallel combination

समान्तर क्रम में जुड़े संधारित्रों की कुल धारिता (तुल्य धारिता) उनकी धारिताओं के योग के बराबर होती है।
{\displaystyle C_{z}=C_{1}+C_{2}+...+C_{n}=\sum _{i=1}^{n}C_{i}}
उदाहरण के लिये 1000 माइक्रोफैराड वाले 2 (capacitor)संधारित्र समान्तरक्रम में जोड़ दिये जाँय तो उनकी कुल धारिता 2000 माइक्रोफैराड हो जाएगी।

संधारित्रों के प्रमुख उपयोग Application of capacitor

उर्जा भण्डारण के लिये
शक्ति गुणांक  को बेहतर बनाने के लिये
विभिन्न विद्युत फिल्टरों में

विद्युत परिपथों में समय-सम्बन्धी परिपथ (timing circuit) बनाने के लिये
पल्स-पॉवर एवं शस्त्र निर्माण
सेंसर के रूप में (जैसे CVT = कैपेसिटिव वोल्टेज ट्रांसफॉर्मर)
पावर फैक्टर इंप्रूवमेंट
कैपेसिटर मोटर

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

Stabilizer in Hindi स्टेबलाइजर की पूरी जानकारी हिंदी में

स्टेबलाइजर क्या होता है घर के लिए सही वोल्टेज स्टेबलाइजर आपने वोल्टेज स्टेबलाइजर के बारे में जरूर सुना होगा और आपके घर में stabilizer जरूर होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्टेबलाइजर क्या होता है?(what is stabilizer ?) क्या आप जानते हैं कि स्टेबलाइजर का काम क्या है और स्टेबलाइजर कितने प्रकार के होता है? क्या आप जानते हैं कि स्टेबलाइजर कैसे काम करता है? यदि नहीं जानते हैं तो हमारा ये पोस्ट जरूर पढ़ें। इस पोस्ट में आज हम स्टेबलाइजर की पूरी जानकारी हिंदी(stabilizer in Hindi) में देने जा रहे हैं। स्टेबलाइजर एक ऐसी डिवाइस होती है जो कि Fix Value की वोल्टेज प्रदान करता है.हमारे घर में कुछ ऐसे उपकरण होते हैं जिन्हें कम से कम 240 V की सप्लाई की जरूरत होती है और कुछ कारणवश हमारे घर में अगर सप्लाई 240V से कम आती है तो वह उपकरण ठीक प्रकार से कार्य नहीं कर पाता इसीलिए उसके लिए स्टेबलाइजर की जरूरत पड़ती है. जो कि हमारे घर में आने वाली सप्लाई को 240V पर Fix कर के उपकरण को 240V की सप्लाई प्रदान करता है. स्टेबलाइजर का इस्तेमाल ज्यादातर रेफ्रिजरेटर  (फ्रिज) एयर कंडीशनर इत्यादि पर किया जाता ...

वायर जॉइंट के Different प्रकार

 Different Types of Wire Joint Requirement:- किसी भी तार में जॉइंट बनाने की जरुरत क्यों पड़ती है किसी भी वायर में जॉइंट बनाने की जरुरत इसलिए पड़ती है ताकि किसी भी चालक तार की लम्बाई बढ़ाई जा सके और किसी चालक लाइन में से किसी अन्य लाइन को जॉइंट बनाकर उसे स्थाई रूप से जोड़ा जा सके जॉइंट ऐसा होना चाहिए की वह लाइन को अच्छे कनेक्ट तथा लाइन को पर्याप्त सुद्रढ़ता भी प्रदान कर सके,,इन जोइन्टो को विभिन्न प्रकार से तैयार किया जाता है यह चालक तार की मोटाई,जोड़ की किस्म,जॉइंट किस लाइन में लगाना है इत्यादि पर निर्भर करती है  ।   Different Types of  Joints:-ओवर हेड लाइन्स तथा घरेलु वायरिंग में मुख्यतः निम्न जोड़ प्रचलित है  Twisted Joint(ऐंठा हुआ जोड़) :- इस प्रकार के जॉइंट में तारो अथवा केबल के चालक सिरों को आपस में ऐंठ कर उनके अंतिम समापन सिरों को जोड़ की और मोड़ देते है इस प्रकार का जॉइंट ओवर हेड लाइन में खम्बो के ऊपर लगे इंसुलेटर पर लगाया जाता है इसे किसी लाइन के मध्य में नहीं लगाया जाता है इसे Pig Tail अथवा Rat-Tail Joint जॉइंट भी कहते है।    Married Joint(मै...

Star Delta Starter In Hindi | स्टार डेल्टा स्टार्टर | का प्रयोग मोटर में क्यों किया जाता है ?

स्टार डेल्टा स्टार्टर |Star Delta Starter इस Article मे स्टार डेल्टा कनेक्शन, Star Delta Formula, स्टार डेल्टा स्टार्टर का सिद्धांत, पावर डायग्राम, कन्ट्रोल डायग्राम, स्टार डेल्टा स्टार्टर के लाभ एवम नुकशान और स्टार डेल्टा स्टार्टर से संबधित इंटरव्यू में पूछे जाने वाले सवाल पे भी विस्तृत में जानकारी देने की कोशिश की हे। आशा हे आप के लिए मददगार होगी। Star Delta Starter मोटर को सलामती पूर्वक चालू करने के लिए, मोटर का रक्षण करने के लिए एवम मोटर का स्टार्टिंग करंट कम करने के लिए उपयोग किया जाता हे। मोटर को स्टार्ट करने के लिए और भी कही टाइप के स्टार्टर हे। जैसे की डायरेक्ट ऑन लाइन स्टार्टर, स्टार डेल्टा स्टार्टर, ऑटो ट्रांसफार्मर स्टार्टर, सॉफ्ट स्टार्टर, vfd (Variable Frequency Drive) और रोटर रेजिस्टेंस स्टार्टर, जो मोटर को सलामती पूर्वक चालू भी करते हे,और सुरक्षा भी प्रदान करते हे। स्टार डेल्टा स्टार्टर क्या है? एक स्टार्टर का काम हे स्टार्ट करना। यहां एक इलेक्ट्रिक मोटर स्टार्टर की बात हे। स्टार डेल्टा स्टार्टर याने, एक इलेक्ट्रिकल उपकरण जो कही उपकरणों को एकत्रित करके तैयार किया जाता ह...