Ceneloctronics द्वारा आपके लिए लाए गए एक और जानकारीपूर्ण Blog Post में आपका स्वागत है।आज में आप सबको Shaded Pole Induction Motor के बारे में बताने वाला हु। विशेष रूप से Shaded Pole Induction Motor क्या हैं,और हम उनका उपयोग कब करते हैं।
Shaded Pole Motor छोटी हैं, जो सिंगल फेज AC सप्लाई पर काम करती हैं, शेडेड पोल मोटर ये एक सेल्फ स्टार्टिंग सिंगल फेज इंडक्शन मोटर है। इस प्रकार की मोटर के स्टेटर में सलियंट पोल होते है। सलियंट पोल पे फील्ड वाइंडिंग की जाती है। पोल को कॉपर की रिंग से शार्ट किया जाता है। और उसे सिंगल फेज AC सप्लाई से Excite किया जाता है।
Shaded Pole Motor:-यह मोटर single phase induction मोटर का ही एक अन्य रूप है। बिना shaded pole व्यवस्था के यह मोटर भी स्वत: प्रारम्भ नहीं हो सकता क्योकि तब यह भी एक सामान्य single phase induction motor ही होता है। shaded pole व्यवस्था कर दिए जाने पर इस मोटर में भी सूक्ष्म परिमाण का घूर्णी चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न हो जाता है जो, शून्य भार (बिना लोड के)पर मोटर को स्वत: प्रारम्भ करने के लिए पर्याप्त होता है।
इसमें मेईन वाइंडिंग और शेडेड पोल पे वाइंडिंग होती है। मेईन वाइंडिंग ट्रांसफार्मर के प्राइमरी और शेडेड वाइंडिंग सेकेंडरी की तरह काम करता है।
शेडेड पोल मोटर में स्टार्टिंग के लिए कपैसिटर का इस्तेमाल नहीं होता। शेडेड पोल के ऊपर शेडेड कोइल होती है।
शेडेड पोल मोटर एक ही डायरेक्शन में घूमती है। इसमें डायरेक्शन में बदलाव नहीं होता है। छोटे रेटिंग में मिलती है। पावर लोसिस ज्यादा है। पावर फैक्टर भी कम होता है।
संरचना Construction of shaded pole motor:-
यह मोटर shaded pole युक्त स्टेटर तथा पिंजर प्रारूपी रोटर से निर्मित होती है। इसके प्रत्येक पटलित ध्रुव core पर एक किनारे से लगभग 1/3 भाग पर एक खाँचा कटा होता है जो ध्रुव नाल या ध्रुव क्रोड के ऊपरी भाग को दो भागों में विभक्त करता है।
pole core के छोटे वाले हिस्से में ताँबे की एक मोटी पट्टी स्थित होती है, जो ताम्र छादन वलय (shading coil) कहलाती है जैसा चित्र में प्रदर्शित है। ध्रुव पर स्थित इस खाँचे के उस ओर का भाग, जिस पर ताम्र shading coil स्थित होती है, ध्रुव का shaded part तथा शेष दूसरा भाग unshaded part कहलाता है।
मोटर का मुख्य स्टेटर winding जो exciting winding कहलाता है, पूरे pole core पर होता है और इसका संयोजन ठीक वैसा ही होता है, जैसा अन्य single phase मोटरों के स्टेटर winding में होता है।
कार्यविधि (Working Method of shaded pole motor):-
जब मोटर की उत्तेजन कुण्डली(exciting winding) को single फेज ac स्रोत में जोड़ा जाता है तो मोटर के pole के दोनों ही भाग फ्लक्स उत्पन्न करते हैं चूकि shaded भाग में स्थित shaded coil पर विधुत वाहक बल प्रेरित होने के कारण उत्पन्न प्रेरण धारा से प्राप्त होने वाला फ्लक्स, लेंज के नियमानुसार मुख्य फलस्स को प्रभावित करता है और परिणामी फ्लक्स की स्थिति उसी के अनुसार बदलती है, जैसा चित्र में प्रदर्शित है।
Main field winding से प्रवाहित विद्युत धारा के क्षण A (SIN WAVE में) में बढ़ती विद्यत धारा के कारण shaded coil पर प्रेरित धारा विपरित फ्लक्स उत्पन्न करती है, जिससे परिणामी फ्लक्स की स्थिति चित्र (a) की भाँति ध्रुव के दाहिनी ओर होती हैं,
क्षण B में विद्युत धारा परिवर्तन नगण्य होने के कारण shaded coil का फ्लक्स नगण्य होता है तथा परिणामी क्षेत्र चित्र (b) की भाति pole के केन्द्र पर तथा
क्षण C में घटती विद्युत धारा के कारण shaded coil द्वारा उत्पन्न फ्लक्स main winding द्वारा उत्पन्न फ्लक्स की दिशा में होने के कारण परिणामी फ्लक्स को चित्र (c) की भाँति स्थिति प्रदान करता है।
इस प्रकार shaded pole व्यवस्था में परिणामी फ्लक्स, unshaded भाग से shaded भाग की ओर घूमने लगता है; अर्थात् यहाँ घूर्णी चुम्बकीय क्षेत्र की उत्पत्ति हो जाती है। इस घूर्णी फ्लक्स (rotating flux) से प्रभावित होकर मोटर को प्रारम्भन बलाघर्ण प्राप्त होता है।
उपयोग :-
shaded pole motor का प्रयोग
- छोटे पंखो
- विधुत घड़ियों
- मापन यंत्रो
- फोटोकॉपी मशीन
- रेफ्रिजरेटर
- एयर कंडिशनर
कम लागत के कारण रिले, प्रशंसक और अन्य छोटे उपकरण में विशेष रूप से किया जाता है |
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