How We Can Identification 3 pin Transistor Terminal Base,Collector and Emitter | ट्रांजिस्टर टर्मिनल बेस कलेक्टर और एमिटर की पहचान कैसे करते हैं
हमे पता है कि ट्रांजिस्टर के तीन टर्मिनल होते है Base ,Collector,Emittor.
ट्रांजिस्टर के के पिन को जानने के लिए हम मल्टीमीटर का उपयोग करेंगे जिसमे डायोड को चैक करने का फंक्शन दिया हो जैसे की मेरे पास ये मल्टीमीटर है।
ट्रांजिस्टर टेस्ट में मल्टीमीटर के डायोड टेस्ट फ़ंक्शन का उपयोग करते है। तो, हमे डायोड टेस्ट के बारे में पता होगा चहिये।
इसी के आधार पर हम ट्रांजिस्टर का टेस्टिंग करते है क्यू की ट्रांजिस्टर में भी p-n type semiconductor का उपयोग होता है।
ट्रांजिस्टर के टर्मिनल को जानने के लिए कुछ स्टेप है उन्हें follow कर के ट्रांजिस्टर के टर्मिनल को पहचानेगे स्टेप 1 से स्टार्ट करते है।
1-2, 1-3, 2-1, 2-3, 3-1, 3-2.or इन सब को ध्यान में रखना है
इन स्टेप्स से हम ट्रांजिस्टर के बेस टर्मिनल को Identified कर लिया अब इस ट्रांजिस्टर के eimitter or collector को Identified करते है अब जो दो टर्मिनल (1 और 3) जिनपर हमे कुछ वैल्यू मिल रही थी उसमे से हमारा एक टर्मिनल emitter और दूसरा collector होता है
or दूसरे की तुलना में कम वैल्यू वाला टर्मिनल कलेक्टर कहलायेगा है।
इस ट्रांजिस्टर में एमिटर टर्मिनल 3 है और कलेक्टर टर्मिनल 1 है।
परन्तु ट्रांजिस्टर को हाथ में लेने पर या किसी सर्किट में देखने पर पता नहीं चलता की इसका कोनसा टर्मिनल base emitter collector है।
ट्रांजिस्टर के के पिन को जानने के लिए हम मल्टीमीटर का उपयोग करेंगे जिसमे डायोड को चैक करने का फंक्शन दिया हो जैसे की मेरे पास ये मल्टीमीटर है।
डायोड में दो मोड़ होते है
Forward bias P-N junction: Multimeter reads some voltage and Resistance.
Reverse bias P-N junction: Multimeter reads OL (Over Limit) no value.
इसी के आधार पर हम ट्रांजिस्टर का टेस्टिंग करते है क्यू की ट्रांजिस्टर में भी p-n type semiconductor का उपयोग होता है।
ट्रांजिस्टर के टर्मिनल को जानने के लिए कुछ स्टेप है उन्हें follow कर के ट्रांजिस्टर के टर्मिनल को पहचानेगे स्टेप 1 से स्टार्ट करते है।
Step1
इसमें ट्रांजिस्टर के सपाट हिस्से को अपनी ओर रखें or सबसे पहले, ट्रांजिस्टर के पिन को १,2,3 नंबर के साथ मार्क कर देते हैStep2
मल्टीमीटर को डायोड टेस्ट मोड में सेट करे ।Step3
अब मल्टीमीटर के ब्लैक प्रोब को कॉमन रखना है उसे किसी एक नंबर की पिन पर लगाके रखना है और कर रेड प्रोब को बची हुई दोनों पिन पर बदल कर चैक करना हैStep4
इसमें कुल 6 संभावना बनती है उन सब को टेस्ट करना है यह संभावना होगी जैसे की1-2, 1-3, 2-1, 2-3, 3-1, 3-2.or इन सब को ध्यान में रखना है
Step5
इन संभावना में से दो सम्भावनाए डायोड टेस्ट को पास करनी चाहिए, जिसमे मल्टीमीटर में कुछ वैल्यू बताएगा, इन दो संभावना में सामान्य टर्मिनल बेस टर्मिनल कहलायेगा है,जैसे की यहां 2-1 और 2-3 की सम्बावना डायोड टेस्ट पास कर रही हैं , तो इस ट्रांजिस्टर की 2 नबर की पिन इस ट्रांजिस्टर का बेस टर्मिनल होगाइन स्टेप्स से हम ट्रांजिस्टर के बेस टर्मिनल को Identified कर लिया अब इस ट्रांजिस्टर के eimitter or collector को Identified करते है अब जो दो टर्मिनल (1 और 3) जिनपर हमे कुछ वैल्यू मिल रही थी उसमे से हमारा एक टर्मिनल emitter और दूसरा collector होता है
Step 6
1 & 3 दोनों टर्मिनल की वैल्यू को चेक करना है और देखना है की क्या वैल्यू मिल रही है इसके लिए बेस पर मल्टीमीटर के उस प्रोब को रखना है जिसे हमे कॉमन वैल्यू मिली थी ,इस ट्रांजिस्टर में मेरा रेड प्रोब को कॉमन है।Step 7
दोनों के बीच एक जायदा वैल्यू वाला टर्मिनल एमिटर कहलायेगा है।,or दूसरे की तुलना में कम वैल्यू वाला टर्मिनल कलेक्टर कहलायेगा है।
इस ट्रांजिस्टर में एमिटर टर्मिनल 3 है और कलेक्टर टर्मिनल 1 है।
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