Ferrite Transformer and incuctor
यदि आपने कभी किसी DC to DC कन्वर्टर जैसे की LED लाइट का ड्राइवर और चार्जर की सिरकटी या TV की सर्किट खोली हो तो अपने उसमे इंडक्टर या ट्रांसफार्मर देखा होगा जो कुछ इस प्रकार के होते है,तो इस प्रकार के ट्रांसफार्मर को क्या कहते है और इसमें इस्तेमाल होने वाले मटेरियल को क्या कहते है,इन सभ के बारे में यह पोस्ट है।Figure 1 LED driver (Ferrite transformer) |
Figure 2 Ferrite transforme in invertor circuit |
इलेक्ट्रॉनिक्स में, फेराइट कोर एक प्रकार का चुंबकीय कोर होता है,जो फेराइट मटेरियल से बना होता है, और जिससे इलेक्ट्रिक ट्रांसफार्मर और इंडक्टर्स बनते हैं। इसका उपयोग कम विद्युत चालकता(low electrical conductivity) के साथ उच्च चुंबकीय पारगम्यता(High Permeability) के गुणों के लिए किया जाता है। जिस्से eddy current को रोकने में मदद मिलती है।
High frequency पर तुलनात्मक रूप से कम नुकसान के कारण, वे RF ट्रांसफार्मर के कोर और स्विचन मोड पावर सप्लाई(SMPS), और AM रेडियो रिसीवर के लिए जैसे अनुप्रयोगों में बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाते हैं।
Figure 3 Different ferrite material |
क्या है फेराइट किस्से बनता है ?
फेराइट यह ऑक्सीजन के साथ संक्रमण धातुओं के सिरेमिक यौगिक से बना होता हैं, यह मटेरियल फेरिमैग्नेटिक(Ferrimagnetic) है लेकिन नॉन-कंडक्टिव होता हैं। ट्रांसफार्मर के विद्युत चुम्बकीय कोर में उपयोग किए जाने वाले ferrrite में nickel, zinc, और manganese यौगिकों के साथ संयुक्त लौह ऑक्साइड होता हैं। इन सब मटेरियल में Low coercivity होता है,इस लिए यह "soft ferrite"होता है, इसलिए Low coercivity की जगह High coercivity अर्थात "Hard ferrite" का इस्तेमाल होता है। ferrite magnets बनाने के लिए High coercivity का इस्तेमाल होता है।
Figure 4 Ferrite magnets |
Low coercivity का मतलब है कि मटेरियल का चुंबकत्व आसानी से अधिक ऊर्जा (हिस्टैरेसीस लॉसेस) को समाप्त किए बिना दिशा को उलट सकता है,जबकि मटेरियल की उच्च प्रतिरोधकता कोर में एडी करंट को और दूसरे अन्य स्रोत को भी रोकता है, यह सब "soft ferrite" में होता हैं
- Manganese-zinc ferrite (MnZn):-MnZn में Nizn की तुलना में उच्च permeability और उच्च संतृप्ति (saturation) स्तर है
- Nickel-zinc ferrite (NiZn):-Nizn फेराइट्स MnZn की तुलना में उच्च प्रतिरोधकता अधिक, और इसलिए यह 1 Mhz की frequency के लिए अधिक उपयुक्त हैं।
फेराइट कोर के लिए दो व्यापक प्रयोग हैं जो आकार(size) और ऑपरेशन की आवृत्ति(frequency) पर आधारित होते हैं: सिग्नल ट्रांसफार्मर, जो आकार में छोटे और उच्च आवृत्तियों के हैं, और पावर ट्रांसफॉर्मर, जो बड़े आकार और निम्न(lower) आवृत्तियों(1hz to 200khz) के होते हैं। इनके कोर के आकारों द्वारा वर्गीकृत किया जा सकता है, जैसे टोरॉयडल कोर, शैल कोर या बेलनाकार कोर।
पावर ट्रांसफार्मर के लिए उपयोग किए जाने वाले फेराइट कोर कम आवृत्ति रेंज (1 से 200 khz) में काम करते हैं और आकार में काफी बड़े होते हैं।
टोरॉयडल ये अक्षरों 'C', 'D' या 'E' जैसे आकार के हो सकते हैं। वे सभी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक स्विचिंग उपकरणों में उपयोगी होते हैं, विशेष रूप से 1w से 1000w तक बिजली की आपूर्ति अधिकतम होती है क्योंकि अधिक शक्तिशाली अनुप्रयोग आमतौर पर फेरिटिक सिंगल कोर की सीमा से बाहर होते हैं और Grain-oriented टुकड़े टुकड़े कोर की आवश्यकता होती है। (Grain-oriented electrical steels (GOES) are silicon steels and are used in power distribution networks as transformer cores)
Figure 5 Grain-oriented electrical steel |
Comments
Post a Comment