आपने हमारे पिछली पोस्ट को पढ़ा उसमे हमने कुछ सिंबल के बारे में बतया जो सामान्य रूप से सभी प्रकार की सर्किट में इस्तेमाल होता है। यदि आपने पिछली पोस्ट नहीं पढ़ी हो तो यह पर क्लिक कर के पढ़े।
Diode
यदि अपने डायोड के बारे में जानते हो तो उसके सिंबल को जानते हो त्रिकोण के साथ दर्शाए और उसके आगे एक रेखा होती है जो करंट को ब्लॉक करता है यह बताता है, यह दो टर्मिनलों में से प्रत्येक को विशिष्ट पहचानकर्ताओं की आवश्यकता होती है। सकारात्मक(+), एनोड टर्मिनल त्रिकोण के फ्लैट किनारे वाला है, ऋणात्मक(-), कैथोड प्रतीक में रेखा से बाहर निकलता है।
डायोड यह विभिन्न प्रकार के होते हैं, जिनमें से प्रत्येक डायोड प्रतीक पर विशेष मतलब होता है। लाइट-उत्सर्जक डायोड जिसे हम LED कहते है, इसका इस्तेमाल सर्किट में सूचक(इंडिकेटर) की तरह भी होता है।
अन्य विशेष प्रकार के डायोड, जैसे स्कॉटकी या जेनर्स, के प्रतीक के बार भाग पर थोड़ी भिन्नता के साथ, अपने स्वयं के प्रतीक हैं।
Transistor
सर्किट में उपयोग होने वाले कम्पोनेंट में ट्रांजिस्टर का बहुत महत्व है इसके अल्वा इसे हम BJT या MOSFET, SCR और ऐसे बुहत प्रकार के सेमीकंडक्टर का है पर मुख्य रूपसे ट्रांजिस्टर दो कॉन्फ़िगरेशन में मौजूद हो सकते हैं, सकारात्मक रूप से डॉप किया गया, या नकारात्मक रूप से डॉप किया गया, इसे हम दो तरह से समजा सकते है N-प्रकार और p-प्रकार के।
Bipolar Junction Transistors (BJTs)
बीजेटी तीन टर्मिनल डिवाइस हैं, उनके पास एक collector (C या k), Emitter (E), और Base (B) है। दो प्रकार के बीजेटी हैं - NPN और PNP - और प्रत्येक का अपना अनोखा प्रतीक है
Collector (C) और Emitter (E) पिंस दोनों एक ही लाइन में है। लेकिन एमिटर के पास हमेशा एक तीर होता है। ये तीर उसके प्रकार को बताता है,यदि तीर अंदरूनी ओर इशारा कर रहा है, तो यह एक PNP है, और यदि तीर बाहर की ओर इशारा कर रहा है, तो यह एक NPN है। याद रखने के लिए एक आसान वधि है
Metal Oxide Field-Effect Transistors (MOSFETs)
बीजेटी की तरह, MOSFET में भी तीन टर्मिनल होते हैं, लेकिन इसे टर्मिनल के नाम अलग होता source (S), drain (D), and gate (G) है। और फिर, प्रतीक के दो अलग-अलग संस्करण हैं, इस पर निर्भर करता है की आप कोनसा इस्तेमाल करते हो N-चैनल या P-चैनल MOSFET है।
प्रतीक के बीच में तीर परिभाषित करता है कि मॉस्फेट N-चैनल या P-चैनल है, यदि तीर बाहर की और निकल रहा है तो इसका मतलब है कि यह एक P-चैनल MOSFET है, और यदि यह अधर की ऒर निकल रहा है तो यह एक N-चैनल MOSFET है।
Logic Gates
आपने लॉजिक गेट(Logic gate) के बारे में तो सुना होगा यह सर्किट में अलग अलग कार्य के लिए इस्तेमाल होते है यहां ये लॉजिक गेट है, और उनके सिंबल है। AND,OR,NOT,X-OR,X-NOR,NAND,NOR Etc...
लॉजिक गेट के बारे में जानना चाहते हो तो पोस्ट में कम्मेंट करे।
Integrated Circuit
एक एकीकृत सर्किट(Integrated Circuit), या IC,यह एक छोटी चिप है जो एम्पलीफायर, ऑसीलेटर, टाइमर, माइक्रोप्रोसेसर, या यहां तक कि कंप्यूटर मेमोरी के रूप में होती है। एक IC एक छोटा वेफर होता है, जो आम तौर पर सिलिकॉन से बनी होती है, जो सैकड़ों से लाखों ट्रांजिस्टर, प्रतिरोधक और कैपेसिटर्स उसमे होते है।
और कोई भी सर्किट में इस हो तो उसे आयताकार के आकर में होती है एवम उसमे पिन होती है और हर एक पिन का एक कार्य होता है। IC में मिस्ट्रोकन्ट्रोलर, analog,digital और भी प्रकार की होती है।
OP-Amp
एक परिचालन एम्पलीफायर (Operating Apmplifier) यह एक एकीकृत सर्किट (IC) है जो वोल्टेज एम्पलीफायर के रूप में कार्य करती है। OpAmp में differential इनपुट होता है, इसमें विपरीत ध्रुवीयता के दो इनपुट हैं,(+,-) और Op-amp में एक आउटपुट मिलता जिसका गेन अधिक होता है, जिसका अर्थ है, कि आउटपुट की मात्रा इनपुट से अधिक मिलती है।
Voltage Regulator
एक वोल्टेज नियामक(VoltageRegulator) एक छोटा सा उपकरण या सर्किट है जो माइक्रोप्रोसेसर या IC को सप्लाई वोल्टेज को मिलने वले को कण्ट्रोल करता है। यदि हमारे पास 12v की सप्लाई है और हमे 5v या 3.3v की जरूरत है तो हम वॉल्ट्ज रेगुलेटर का इस्तेमाल करते है। यह तीन टर्मिनल वाला डिवाइस होता है, और इसका सिंबल आयताकार और उसमे तीन पिन होती है।
Crystals
क्रिस्टल्स यह माइक्रोकंट्रोलर में क्लॉक सिग्नल उत्पन्न करने के लिए इस्तेमाल होता है।
Connectors
एक इलेक्ट्रिक सर्किट के दो हिस्सों को कनेक्ट या बाहर से किसी दूसरे के साथ कनेक्ट करने के लिए उपयोग होने वाला उपकरण उसे कनेक्टर कहते है।
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