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Showing posts from November, 2021

what is wire and cable तारों और केबल्स क्या है और इसके के बीच बुनियादी अंतर क्या है?

केवल तार और केबल ही विद्युत शक्ति को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचा सकते हैं। तार और केबल एक ही उद्देश्य की पूर्ति करते हैं। इन दोनों के बीच मूलभूत अंतर यह है कि तार को एक कंडक्टर के रूप में संदर्भित किया जाता है, और इसके ऊपर किसी भी तरह का इन्सुलेशन नहीं होता है। जबकि केबल में  पीवीसी इन्सुलेशन का उपयोग केबल में कंडक्टर की सुरक्षा के लिए किया जाता है, और कुछ स्थितियों में, रबर की एक परत भी लगाई जाती है। इस इंसुलेशन के कारण केबल्स तारों की तुलना में अधिक सुरक्षित होते हैं, क्योंकि इंसुलेशन की परत के कारण करंट के रिसाव की कोई संभावना नहीं होती है। इन्हें छूने से बिजली का झटका लगने का भी खतरा नहीं होता है। बिजली के खंभों पर इस्तेमाल होने वाले तार, जिन्हें अक्सर ओवरहेड तारों के रूप में जाना जाता है, इन तारों पर भी  इन्सुलेशन नहीं होता है। वे एल्यूमीनियम कंडक्टर स्टील प्रबलित तारों का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, इन्हें भी तेजी से केबलों द्वारा प्रतिस्थापित किया जा रहा है। इन ओवरहेड तारों का निर्माण कई एल्यूमीनियम तारों को मिलाकर और उनके बीच एक स्टील के त...

न्यूक्लियर पावर प्लांट क्या है |What is Nuclear power plant

 Nuclear Power Plant in Hindi : इस प्रकार के पावर प्लांट में ईंधन के रूप में यूरेनियम (Uranium) पदार्थ का प्रयोग किया जाता है। एक किलोग्राम (Kilogram) यूरेनियम से, उत्पन्न उष्णीय उर्जा, लगभग 27,00 किंवटल कोयले से उत्पन्न उष्मीय उर्जा के समान होती है। इसमें परमाणु के विखंडन से उष्मीय उर्जा उत्पन्न की जाती है। यूरेनियम के परमाणुओं को विखंडित करने के लिए एटोमिक रिएक्टर (Atomic Reactor) का प्रयोग किया जाता है। परमाणु के विखंडन से उत्पन्न उष्मीय उर्जा से भाप बनाई जाती है इस भाप से टरबाइन को घुमाया जाता है जोकि अल्टरनेटर से जुड़ी होने के कारण अल्टरनेटर को घुमाकर विद्युत उत्पन्न की जाती है। न्यूक्लियर पावर प्लांट भारत में तारापुर, नरौरा, और राणा प्रताप सागर (राजस्थान) में स्थापित किए गए हैं। Nuclear Power Plant इस प्रकार के पावर प्लांटों में अधिक क्षमता (मैगा वोल्ट एम्पीयर, M.V.A.) वाले आल्टरनेटरों का प्रयोग किया जाता है। इन पावर प्लांटों में न्यूक्लियर रिएक्टर को उष्मा के स्त्रोत के स्थान पर प्रयोग करते हैं जिसमें फिसिन द्वारा उत्पन्न उष्मीय उर्जा पिघले हुए विस्मथ या सोड़ियम या पोटाशियम ...

How can you figure out how long your UPS or inverter's battery backup will last?

Battery backup calculation formula for ups battery , जी है दोस्तों किसी भी प्रकार की बैटरी का बैकअप टाइम आप इस कालूलेटर से निकल सकते हैं । चाहे वह बैटरी Inverter, की हो या UPS की सभी में यह फार्मूला काम करेगा । BATTERY BACKUP CALCULATOR का उपयोग कैसे करे ? यदि आप 150Ah बैटरी बैकअप निकलना चाहते है तो आपको दो पॉइंट कैलकुलेटर को बताने होंगे  बैटरी से आप कितना लोड का उपयोग करोगे (Watt) में जितना भी लोड आप उस पर  दोगे सभी जो ऐड करके फाइनल लोड कैलकुलेटर में टाइप करे  बैटरी कितने वोल्ट की हैं अधिकतर बैटरी 12V या 24V की होती हैं ,  BATTERY BACKUP CALCULATION FORMULA Battery Backup Hours = (AH * Volt * 70) / (Load * 100) या  Battery Backup Hours = (AH * Volt ) / Load  जो भी रिजल्ट आये उसका  70 प्रतिशत AH : बैटरी कितने AH की हैं वह यहाँ पर लिखेंगे । Volt : बैटरी 12V हैं या 24V वह यहाँ पर लिखेंगे । Load : अपने जितने भी Watt का लोड लिया हैं वह यहाँ पर लिखेंगे।  70 : ऐसा इसलिए किया हैं क्युकी जैसे जैसे हम बैटरी का उपयोग करते जाते हैं उसका डिस्चार्ज Rate बढ़ता ज...

Inverter Led Bulb क्या है और ये कैसे काम करता है | इन्वर्टर एलईडी बल्ब पर मिल रहा है शानदार ऑफर

Inverter Led Bulb क्या है और ये कैसे काम करता है एक इन्वर्टर एलईडी बल्ब(Inverter Led Bulb) अनिवार्य रूप से एक आपातकालीन एलईडी बल्ब है। दरअसल, इस तरह के बल्ब में कोई बी इन्वर्टर नहीं होता है इसमें एक बैटरी लगी होती है जो इसका महत्पूर्ण कम्पोनेट है जिसे लाइट जाने के बाद ये चालू होता है।  Inverter Led Bulb Inverter Led Bulb इन बल्बों में उपयोग की जाने वाली तकनीक उन्हें बिजली कटौती के दौरान स्वचालित रूप से एलईडी लाइट चालू करने और एसी मेन उपलब्ध होने पर आंतरिक बैटरी को स्वचालित रूप से चार्ज करने में सक्षम बनाती है। मूल रूप से, Inverter Led Bulb एक बल्ब में दो बल्ब का काम करता है। यानी जब AC Current की पावर होती है,तो यह सामान्य Led Bulb की तरह काम करता है लेकिन पावर कट होने पर यह Emergency Inverter led bulb की तरह काम करता है। अधिकांश Inverter Led Bulb में लिथियम-आयन बैटरी का इस्तेमाल किया जाता  है जो तीन से चार घंटे का बैकअप प्रदान करती है। इन आंतरिक बैटरियों को पूरी तरह चार्ज होने के लिए तीन से चार घंटे के चार्जिंग समय की आवश्यकता होती है।