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Showing posts from June, 2018

Varistor Characteristics Curve in Hindi /Varistor विशेषता वक्र

यह varistor का वोल्टेज V/S रेसिस्टर ग्राफ है सामन्य अवस्ता में (varistor) का वोल्टेज कम है तब इसका रेजिस्टेंस आदिक होता है Mohm में है और जब वोल्टेज का मान आदिक होता है तब इसका रेजिस्टेंस कम हो जाता है। ये सप्लाई में स्पाइक वोल्टेज  के  आने  पैर होता है  जब veristor के अक्रॉस वोल्टेज  निर्धारित वोल्टेज से अधीक होने लगते है तभी इसका रेजिस्टेंस सिग्रता से कम होने लगता है. Ohm’s Law  के अनुसार फिक्स रेसिस्टर की (V-I)  characteristics  liner होती है पर Varistor की non-linear  characteristics   होती   है  Varistor Characteristics Curve ऊपर की फिगर में बताये अनुसार varistor की  characteristics   bi-directional  है इसक अर्थ है की वही दोनों तरफ से कंडक्शन कर सकता है फिग के (1,3). जब varistor कन्डक्टिंग कंडीशन में नहीं होता तब I-V का कर्व लिनेरे होता है जब करंट वरिस्टोर में से परव्हा  होता है वह न्यूनतम यानि micro-amp (mA) में होता है जिसे "लीकेज " करंट कहते है  जब अधिकतम रेसिस्टेन्स होने के कारण सर्किट ओपन सर्किट की तरह व्यवार करता है और करंट अचल रहता है यह तब होता ज

what is varistor ? how it's work ? वैरिस्टर क्या है ?यह कैसे काम करता है?

varistor  परिभाषा :-वैरिस्टर यह एक इलेक्ट्रॉनिक्स कम्पोनेंट है जिसको वोल्टेज डिपेंडेंट रेसिस्टर कहते है।वैरिस्टर(varistor) ये दो शब्दों पर से सरलता से समझा जा सकता है पहला  वेरिएबल और  दूसरा   रेसिस्टर । अर्तात वैरिस्टर जिसका रेसिस्टर वेरी होता है उसके सप्लाई  वोल्टेज से. इस ट्यूटोरियल में, हम  वैरिस्टर   इस विषय का अध्ययन करेंगे varistor क्या है? varistor की संरचना यह कैसे काम करता है varistor के प्रकार सर्किट में क्यों उपयोग किया जाता है उपयेाग क्षेत्र कब किसका निर्माण हुआ varistor क्या है? वैरिस्टर  यह रेसिस्टर का प्रकार है पर इसमें सेमीकंडक्टर मटेरियलो का उपयोग होता है, इसके कारण इसकी विशेषताओं(Characteristics) रेसिस्टर से अलग है, इस लिए इस की (Characteristics)यह डायोड जैसी होती है। (fig)  इसकी  nonliner,nonohmic करंट,वोल्टेज Characteristics होती है  वैरिस्टर  के अक्रॉस जब कम वोल्टेज होता है तब उसका रेजिस्टेंस अधिक होता है और जब वोल्टेज बढ़ता है तब उसका रेजिस्टेंस कम हो जाता है इसके कारण इसे वोल्टेज वेरिएबल रेसिस्टर कहते है  इसे सर्किट में volta

what is voltage divider?वोल्टेज डिवाइडर क्या होता है?

वोल्टेज डिवाइडर क्या होता है?  जो सर्किट लार्ज(HIGH) वोल्टेज को स्टेप डाउन करे और घटा कर जरूरत के अनुसार वोल्टेज दे उस को वॉल्ट्ज डिवाइडर कहते है।  इस ट्यूटोरियल में हमें इन सब के बारे जनने को मिलेगा  रेसिस्टर वोल्टेज डिवाइडर सर्किट कैसा दिखता है। आउटपुट वोल्टेज कितना मिलेगा ये बी हम कैलक्युलेट कर सकेंगे  किस तरह वोल्टेज डिवाइड होता है।  वोल्टेज डिवाइड को बनान आसान है, कोई भी पैसिव  कॉम्पोनेन्ट (Resistor,capacitor,inductor) को सीरीज में कनेक्ट कर के बना सक्ते है सरल सब्दो में कहु तो दो रैसिटर को सीरीज में कनेक्ट करू और उसे वोल्टेज दिया तो यह वोल्टेज डिवाइडर की तरह काम करेगा, फिगर(1) में बतये अनुसार।                  fig.1  हमने यहां  रैसिटर का उपयोग कर वोल्टेज डिवाइड बनया है,इसका  फिगर निचे दिया है। इस में दो  रैसिटर का सीरीज में कनेक्ट कर के 12v को  DC सप्लाई के साथ कनेक्ट किया और मापने के लिए वाल्ट मीटर का उपयोग किया है  fib.2 आप देखे गए की वोल्टेज सेम डिवाइड  हुआ है वोट और ग्राउंड के बिच ६ वोल्टेज मिल rha है और पोसिस्टीवे के बिच ६ वल्टज मिलता है  f

#1 Experiment on AC Capacitor Voltage divider in Hindi

Experiment on  AC Capacitor Voltage divider in Hindi  Introduction इस एक्सपेरिमेंट में हमने कैपेसिटर को वोल्टेज डिवाइडर की तरह यूज़ किया है, और अलग-अलग केपेसिटेन्स और लोड पर चैक किया है, और इस का जो आउटपुट मिलेगा वो इस एक्सपेरिमेंट में जानने को मिलेगा और इस को प्रोटियस और प्रेक्टिकली इस में परफॉर्म किया है| इसमें हमे कैपेसिटर  एक एप्लीकेशन के बारे में जानने को मिलेगा,  सात ही इसे कहा अप्लाई कर सकते है और कहा इसका इस्तमाल हो रहा है  इन सभी के बारे में जानने को मिलेगा. AIM :-एसी वोल्टेज पर कैपेसिटर विभक्त परीक्षण/ Capacitor divider test on ac voltage 1.Objectives/उद्देश्य 1.कैपेसिटर की एप्लीकेशन को संजना. 2.कैपेसिटर AC  वोल्टेज  को  डिवाइड कैसे करता है?  3. कैपेसिटर वोल्टेज डिवाइडर की मैथमैटिक्स equation.  4.अलग-अलग कैपसिटेंस  का लोड पर क्या असर होगा.  2.equipment/उपकरण मल्टीमीटर बल्ब(15W,100W  Incandescent light bulb,5W LED bulb  ) फिल्म कैपेसिटर [(.47uF(474K),2.2uF(225K),3.3uF(335K)] प्लग मेल,फीमेल  वायर  कटर बल्ब होल्डर  3.Procedure

How capacitors work? केपेसीटर कैसे काम करता है?

केपेसीटर कैसे काम करता है? केपेसीटर में दो धातु की प्लेट होती   हैं जो डाइलेक्ट्रिक पदार्थ से   अलग होती   हैं। इस की फिगर निचे दी गई है| डाइलेक्ट्रिक  मटेरियल के रूप में  कुछ विशेष सामग्री जैसे वैक्यूम(हवा),चीनी मिट्टी के बरतन,पॉलियामाइड, माइलर, टेफ्लॉन, मीका, सेलूलोज़ और अन्य के रूप में उपयोग किया जाता है। डाइलेक्ट्रिक कांस्टेंट को, मटेरियल की परमिटीविटी भी कही जाती है,जो मटेरियल की कॉन्स्टन  इलेक्ट्रोस्टेटिक  लाइन्स  और  फ्लक्स  एबिलिटी बताता है| वास्तव में कहा जाये तो परमिटीविटी यह इलेक्ट्रिक फिल्ड  की उपस्थिति में विद्युत ऊर्जा को स्टोर करने की   क्षमता को प्रतिनिधित्व करता है|

What is capacitor? How it's work क्या है? कैसे काम करता है?

A capacitor is a passive   electronic component is that an electrostatic field   to form the energy store that is . Kpasitr   the two conducting   plates is   that these plates of between dye electric ( insulating) material would have. Kepasitns   plates of the surface areas of   directly proportional ( Prposnl   ) And , inversely proportional to the separation between the plates   would have. Capacitors work like a battery. It stores the current. Just as Dame can store water in the dam and it can be restored. The charges stored in the exact same type of capacitor can also be recovered, and charge charge discharges at large speed. केपेसीटर का काम विधुत ऊर्जा को एकत्रित करना व विधुत ऊर्जा को एकत्रित दुबारा प्रदान करना हैं। केपेसीटर के इस प्रक्रिया को केपेसीटर कि चार्जिंग - डिसचार्जिंग प्रक्रिया कहा जाता हैं। केपेसीटर के द्वारा विधुत को स्टोर करने कि क्षमता को केपेसीटर का केपेसिटेन्स कहते