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Showing posts from November, 2019

Boost Converter Working in Hindi

Boost Converter बूस्ट कन्वर्टर को हम लोग डीसी टो डीसी कन्वर्टर भी कहते हैं डीसी टू डीसी कनवर्टर यह है डीसी वोल्टेज को डीसी वोल्टेज में कन्वर्ट करता है डीसी टो डीसी कनवर्टर का काम डीसी वोल्टेज को स्टेप अप स्टेप डाउन करने के लिए किया जाता है जिस तरह एसी वोल्टेज को स्टेप अप करने और स्टेप डाउन करने के लिए ट्रांसफार्मर होते हैं उसी प्रकार वोल्टेज को स्टेप अप स्टेप डाउन करने के लिए डीसी टो डीसी कन्वर्टर  होता है डीसी टू डीसी कनवर्टर की बात करें  के भाग है बूस्ट कन्वर्टर और बक कन्वर्टर बूस्ट कनवर्टर का काम वोल्टेज को स्टेप अप करना होता है जबकि बक कन्वर्टर का काम डीसी वोल्टेज को स्टेप डाउन करना होता है तो आज के इस ब्लॉग में हम डीसी टो डीसी कन्वर्टर यानी बूस्ट कन्वर्टर के बारे में जानेंगे और देखेंगे कि यह वर्क किस तरह करता है DC-DC Converter Converter Block diagram  Fig-1 Boost Converter Circuit diagram जैसा कि आप देख सकते हैं, एक बूस्ट कनवर्टर बनाने के लिए केवल कुछ कॉम्पोनेन्ट  की आवश्यकता होती है। यह एक AC ट्रांसफार्मर या प्रारंभ करनेवाला की तुलन...

why diode used in relay coil in hindi

इस पोस्ट में आज रिले की कोइल के साथ डायोड को क्यू कनेक्ट किया जाता है इसके बारे में बताने वाला हु।  इस में हम पहले inductor  की प्रॉपटी (गुणधर्म ) के बारे में बताने वाला हु और इसके बाद हम एक्सपरिमेंट के द्वारा हम जाने की डायोड को कनेक्ट करने और नहीं करने से क्या असर पड़ता है, सर्किट पर और दूसरे कनेक्टेड कॉम्पोनेन्ट पर, और इसमें हम यह भी जानेगे की इंडक्टीवे लोड का क्या असर पड़ता है और इसे केसर प्रोटेक्ट (सुरक्षित) किया जाता है।  why diode used in relay what is inductor  इंडक्टर यह पैस्सिव कम्पोनेनेट है , प्रेरक या इंडक्टर (inductor) एक वैद्युत component  है जिसमें कोई विद्युत धारा (current) प्रवाहित करने पर यह चुम्बकीय क्षेत्र के रूप में उर्जा का stores (सग्रहित) करता है। Inductor sign Convention   sign convention(संकेत सम्मेलन) यह इंडक्टर में इंडक्टर की पॉजिटिव और नेगेटिव sign  को बताता है। इंडक्टर में sign का अर्थ किस तरही है की ऊपर की सर्किट में देख सकते है ,इंडक्टर का एक छेड़ा पोसिटिव होता है और एक पॉइंट नेगेट...