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Showing posts from March, 2019

ट्रांसफॉमर को डिजिटल मल्टीमीटर के द्वारा कैसे चेक करे । How To Check Transformers By Digital Multi meter

आज में आपको इस पोस्ट में ट्रांसफार्मर को चैक करना बताउगा की ट्रांसफार्मर की वाइंडिंग सही है की नहीं और ट्रांसफार्मर की प्राइमरी वाइंडिंग कौन सी है,और सेकेंडरी वाइंडिंग कौन सी है। और ट्रांफॉर्मर से जुड़े कोई भी सवाल हो तो कमेंट कर के मुझसे पूछ सकते हो में उसका जवाब देने की पूरी कोसिस करुगा।   इसमें सबसे पहले ट्रांसफार्मर की कंटीन्यूटी चैक कर के पता लगये गए की सर्किट चालू है की नहीं उसके बाद उसके प्राइमरी डाटा और सेकेंडरी साइड कोनसी है उसके बारे में भी बताने वाला हु।   सबसे पहले डिजिटल मल्टीमीटर को ओन करे।  अब डिजिटल मल्टीमीटर मीटर की काली प्रोब को कॉम प्लग में लगाये और लाल प्रोब को VΩ  वाले प्लग में लगाये।   transformer    अब डिजिटल मल्टीमीटर के रोटरी को घुमाकर ओम पर सेट कर ले और उसे सबसे लो रेंग पर सेट करे।  अब डिजिटल मल्टीमीटर के रोटरी को घुमाकर बीप या बज़र की रेंज पर सेट करे।  इस रेंज पर दोनों प्रोब को आपस में छूने से डिजिटल मल्टीमीटर से एक बीप साउंड सुनाई पड़ेगी।  यदि बीप क...

what is flip flop in hindi and type of flip flop

what is a flip flop (फ्लिप  फ्लॉप क्या है?) Flip flop यह एक प्रकार की सर्किट है, जसमे दो स्टेज (0 या 1) होता है. तथा इसका इस्तेमाल state information को स्टोर करने के लिए होता है।फिल्प-फ्लॉप एक sequential logic circuit है, जो एक Bit का data स्टोर करने के लिए सक्षम होता है। Flip flop का आउटपुट stable होता है।  और यह दो वैल्यू को ही carry करता है हाई वोल्टेज या लौ वोल्टेज जैसे की एक आउटपुट या तो 0 होगा या फिर 1 होगा। Flip flop यह बाइनरी स्टोरेज डिवाइस है जिसमे binary  bit 0 और 1 स्टोर क्र सकते है।  यह एक कंप्यूटर का सबसे छोटा स्टोरेज यूनिट होता है,यह एक  सिंगल bit का देता स्टोर करता है। एक्सटर्नल इनपुट की संख्या Flip flop के टाइप पर निर्भर  करती है। Flip flop को स्टेबल multi-vibrator  भी कहते है.इसको सबसे पहले जिसने बनया था उसका नाम william Eccels  और F.W.jordan  ने 1918 में विकसित किया था, Flip flop के दो आउटपुट होते है  Q  और  Q    जिसमे आउट एक दूसरे से विपरीत होते है जैसे की एक का ऑउटपु 0 तो दूसे का आउटपुट 1 होग...